उत्तर प्रदेश का पहला खिलौना संग्रहालय | जिला कन्नौज
उत्तर प्रदेश के कुल 75 जिलों में कन्नौज ऐसा जिला है जो ऐतिहासिक सुगंध नगरी के रूप में जाना जाता है ।
हाल ही में योगी सरकार के एक निर्णय के कारण ऐतिहासिक सुगंध नगरी कन्नौज को एक और गौरव मिल गया है ।
बहुत जल्द कन्नौज में पर्यटन और संस्कृति विभाग के द्वारा उत्तर प्रदेश का पहला खिलौना संग्रहालय स्थापित किया जाएगा।
भारत सरकार उत्तर प्रदेश के कन्नौज में पहला खिलौना संग्रहालय स्थापित करने के लिए मंजूरी दे दिया है।
बहुत जल्द इसकी विधिवत रूपरेखा तैयार करने के लिए लखनऊ में आर्किटेक्ट इंजीनियर सर्वे करेंगे तथा बजट का प्रस्ताव बनाएंगे।
कन्नौज के गैस एजेंसी रोड पर स्थित अधूरे पड़े बाल संग्रहालय भवन को ही खिलौना संग्रहालय का रूप दिया जाएगा इसके लिए बहुत समय से मांग उठ रही थी जिसे वर्तमान योगी सरकार द्वारा अमलीजामा पहनाया गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक देश में केवल दिल्ली में ही खिलौना संग्रहालय स्थित है इसलिए उत्तर प्रदेश को पहला गौरव कन्नौज को मिला हैं।
बताया गया की उत्तर प्रदेश में 2015 में सपा सरकार के समय कन्नौज में 8 करोड़ से बाल संग्रहालय का निर्माण शुरू कराया गया था लेकिन इसके बाद 2017 में सरकार बदल गई थी जिस कारण निर्माण कार्य धीमी हो गई
यहां पर 2018 तक भवन का काम चलता रहा इसके बाद कोई बजट न मिलने से काम रुक गया
उत्तर प्रदेश संग्रहालय निदेशालय के निदेशक डॉक्टर ए के सिंह के अनुसार कन्नौज के इस खिलौना संग्रहालय में को मूर्त रूप आने में करीब 8 करोड़ रुपए की लागत आ सकती है
कन्नौज पहला खिलौना संग्रहालय कैसा होगा?
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पुरातत्व संग्रहालय के अध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि खिलौना संग्रहालय में खिलौनों के आविष्कार से लेकर अब तक का सफर प्रदर्शित किया जाए जिसमे प्रागैतिहासिक से लेकर ऐतिहासिक तथा आधुनिक काल तक के खिलौने रखे जाएंगे इसमें बच्चे जान सकेंगे कि हजारों साल पुरानी हड़प्पा मोहनजोदड़ो की सभ्यता में किस तरह के खिलौने प्रचलन में थे फिर मिट्टी लकड़ी के कैसे खिलौने होते थे और धीरे-धीरे वर्तमान समय में किस तरह प्लास्टिक तथा अन्य धातु के अलावा इलेक्ट्रॉनिक खिलौने चलन में आ गए