CORONIL PATANJALI MEDICINE FULL KNOWLEDGE_ कोरोनिल दवा से कोरोना का इलाज सम्भव हुआ है……CORONA VIRUS MEDICINE 2020
दुनिया कोरोना महामारी से परेशान है ..!
एक वायरस से भी भी पुरी खतरे में पड़ सकता है, शायद ही किसी ने सोचा होगा….
दुनिया के ज़्यादातर देश एक दूसरे को आरोप लगा रहे थे वही भारत चुपचाप इसके इलाज के लिए शोध पर शोध कर रहे थे
बहुत लोगो को यकीन था कि भारत एक ऋषि मुनियों का देश है, इसलिए कोई न कोई इलाज जरूर निकल आयेगा…
लोगो का भारत से जो उम्मीद थी वो पुरी होने का दावा योगगुरू रामदेव जी कर रहे है…..
Coronil Medicine Of Patanjali…
रामदेव के पतंजलि द्वारा कोरोना की आयुर्वेदिक
उपचार के लिए Coronil नाम से दवा निकाली है…
बाबा रामदेव ने दावा किया कि इस दवा का जिन मरीजों पर क्लीनिकल ट्रायल किया गया, उनमें 69 प्रतिशत मरीज केवल 3 दिन में positive से Negative और सात दिन के अंदर 100 प्रतिशत रोगी कोरोना से मुक्त हो गए है…
दवा का प्रयोग लगभग 280 लोगों पर किया गया था..
पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर आचार्य बालकृष्ण ने बताया है कि इस दवा में अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी, श्वसारि रस व अणु तेल तथा महत्वपूर्ण खनिजों का प्रयोग किया गया है
Coronil दवा अपने प्रयोग, इलाज और प्रभाव के आधार पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रमुख संस्थानों, जर्नल आदि से प्रामाणिक किया जा चुका है
योग गुरु बाबा रामदेव जी ने इस दवा को ‘दिव्य कोरोनिल टैबलेट’ के नाम से लॉन्च किया गया है
रामदेव जी ने कहा कि हमारी दवाई का सौ फीसद रिकवरी रेट है और शून्य फीसदी डेथ रेट है।
दवा बनाने के लिए पतंजलि द्वारा सभी वैज्ञानिक नियमों का पालन किया गया है
पतंजलि योगपीठ के मुताबिक कोरोना टैबलेट पर हुआ यह शोध पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट हरिद्वार और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस जयपुर के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।
इस coronil दवा का निर्माण दिव्य फार्मेसी और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड हरिद्वार(उत्तराखण्ड) में किया जा रहा है।
देश में कोरोना के इलाज के लिए इससे पहले मुख्य रूप से तीन दवाएं- सिप्रेमी, फैबीफ्लू और Covifor इस्तेमाल किया जा रहा था
सिप्रेमी और Covifor एंटीवायरल ड्रग रेमडेसिवीर के जेनेरिक वर्जन हैं।
जबकि फैबीफ्लू में इन्फ्लुएंजा की दवा Favipiravir का Generic Form है।
इन तीनों को हाल ही में अप्रूवल मिला है।
योगगुरू रामदेव जी के मुताबिक दिव्य कोरोनिल टैबलेट में शामिल अश्वगंधा कोरोना के RBD को मानव शरीर के ACE से मिलने नहीं देता, इससे संक्रमित मानव शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं में प्रवेश नहीं कर पाता।
जबकी गिलोय भी संक्रमण होने से रोकता है।
तुलसी का कंपाउंड कोविड-19 के RNA-पॉलीमरीज पर अटैक कर उसके गुणांक में वृद्धि करने की दर को न सिर्फ रोक देता है, जबकि इसका लगातार सेवन उसे खत्म भी कर देता है।
वहीं श्वसारि रस गाढ़े बलगम को बनने से रोकता है और बने हुए बलगम को खत्म कर फेफड़ों की सूजन कम कर देता है।
इस प्रकार Coronil अगर अच्छे से काम करने लगे तो पुरी दुनिया के लिए भारत के योग और आयुर्वेद वरदान साबित होगा…
CORONIL Medicine कि क़ीमत…..
माना जा रहा है कि यह किट 600₹ रखा गया है VIRUSES MEDICINE 2020
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