Chandrayaan-3 | चंद्रयान-| Exam| Questions??
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1 चंद्रयान-1,2,3 (Chandrayaan-1,2,3)
1.1 ✅ चंद्रयान-1 भारत का प्रथम चंद्र मिशन है जो 22 अक्तूबर, 2008 को प्रमोचित किया गया था।✅ इस अंतरिक्षयान का उद्देश्य चंद्रमा की सतह के विस्तृत नक्शे तैयार करना तथा पानी के अंश मौजूद है कि नहीं इसका पता करना तथा इसके अलावा हीलियम की खोज करना प्रमुख रूप से था✅ इसके अतिरिक्त इस मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर मैग्नीशियम, एल्यूमिनियम, सिलिकॉन, कैल्शियम, आयरन एवं टाइटेनियम जैसे खनिजों व रासायनिक तत्वों के वितरण के साथ-साथ यूरेनियम एवं थोरियम जैसे उच्च परमाणु संख्या वाले तत्त्वों की खोज करना था✅ इस मिशन को केवल 2 वर्षों के लिये भेजा गया था किंतु 29 अगस्त, 2009 को इससे अचानक रेडियो संपर्क टूट गया था जिस कारण इसके कुछ दिनों बाद ही इसरो ने आधिकारिक रूप से इस मिशन को समाप्त करने की घोषणा कर दी थी।✅ वर्ष 2017 में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इसे फिर से ढूँढ निकाला था।✅भारत ने चंद्रयान-2 को 22 जुलाई 2019 को श्रीहरिकोटा रेंज से सफलता पूर्वक प्रक्षेपित किया था✅ गौरतलब है कि चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की हार्ड लैंडिंग के कारण यह चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। चंद्रयान-3 (Chandrayaan-1) ✅ चंद्रयान-3, चंद्रयान-2 का उत्तराधिकारी है और यह चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करेगा। ✅ चंद्रयान-3 को 2021में लॉन्च किये जाने की संभावना है।

चंद्रयान-1,2,3 (Chandrayaan-1,2,3) 

      

✅ चंद्रयान-1 भारत का प्रथम चंद्र मिशन है जो  22 अक्तूबर, 2008 को प्रमोचित किया गया था।
✅ इस अंतरिक्षयान का उद्देश्य चंद्रमा की सतह के विस्तृत नक्शे तैयार करना तथा पानी के अंश मौजूद है कि नहीं इसका पता करना तथा इसके अलावा हीलियम की खोज करना प्रमुख रूप से था
✅ इसके अतिरिक्त इस मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर मैग्नीशियम, एल्यूमिनियम, सिलिकॉन, कैल्शियम, आयरन एवं टाइटेनियम जैसे खनिजों व रासायनिक तत्वों के वितरण के साथ-साथ यूरेनियम एवं थोरियम जैसे उच्च परमाणु संख्या वाले तत्त्वों की खोज करना था
✅ इस मिशन को केवल 2 वर्षों के लिये भेजा गया था किंतु 29 अगस्त, 2009 को इससे अचानक रेडियो संपर्क टूट गया था जिस कारण इसके कुछ दिनों बाद ही इसरो ने आधिकारिक रूप से इस मिशन को समाप्त करने की घोषणा कर दी थी।
✅ वर्ष 2017 में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इसे फिर से ढूँढ निकाला था।
✅भारत ने चंद्रयान-2 को 22 जुलाई 2019 को श्रीहरिकोटा रेंज से  सफलता पूर्वक प्रक्षेपित किया  था
✅ गौरतलब है कि चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की हार्ड लैंडिंग के कारण यह चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
चंद्रयान-3 (Chandrayaan-1)
✅ चंद्रयान-3, चंद्रयान-2 का उत्तराधिकारी है और यह चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करेगा।
✅ चंद्रयान-3 को  2021में लॉन्च किये जाने की संभावना है।

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